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मप्र से भाजपा के 57 प्रत्याशियों की चौथी सूची के साथ 136 प्रत्याशी घोषित.. दमोह में सिद्धार्थ राहुल की टिकिट टसल के बीच पूर्व मंत्री मलैया हो सकते हैं उम्मीदवार.. हटा जबेरा में दमदार दावेदारी से दोनो विधायकों की दोबारा टिकिट का पेंच फंसा ..

भाजपा ने मप्र के 57 प्रत्याशियों की चौथी सूची जारी की

दिल्ली/भोपालपांच राज्यों में चुनाव आयोग द्वारा चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ जहां चुनाव आचार संहिता लग गई है वही राजनीतिक सरगर्मीया भी तेज हो गई है। चुनाव घोषणा के पहले ही प्रत्याशियों की तीन सूची जारी कर चुकी भारतीय जनता पार्टी ने आज अपनी चौथी सूची भी जारी कर दी है जिसमें 57 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है। 

मध्य प्रदेश के भाजपा प्रत्याशियों की चौथी सूची में जिन 57 उम्मीदवारों के नाम पर केंद्रीय समिति ने मोहर लगाई है उनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर 24 मंत्रियों पर फिर से भरोसा जताते हुए भाजपा का प्रत्याशी घोषित किया गया है जबकि कुछ मंत्री के नाम पर अभी ब्रेक लगा हुआ है। इसी तरह सूची में अनेक विधायकों पर फिर से भरोसा जताया गया है जबकि अनेक विधायकों की टिकट अभी इंतजार में है।

 सीएम शिवराज सिंह चौहान को बुधनी से विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को रीवा के देवतालाब से, वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव को रहली से, गोविंद सिंह राजपूत को सुरखी से भूपेंद्र सिंह को खुरई से शैलेंद्र जैन को सागर से प्रदीप लारिया को नरयावली से, अजय बिश्नोई को पाटन से, इंदु तिवारी को पनागर से, राहुल सिंह लोधी को खरगापुर से प्रदुम सिंह को मलहरा से फिर से प्रत्याशी बनाकर भाजपा ने भरोसा जताया है।

उल्लेखनीय की इससे पहले भाजपा की तीन सूचियों में 79 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की जा चुकी है। चौथी सूची में 57 नाम घोषित करके  भाजपा अभी तक 136 नाम का ऐलान कर चुकी है। वहीं अनेक सिटिंग विधायक के नाम की घोषणा पर विराम लगे होने की वजह से विधायक फिर से टिकट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। 

 दमोह से सिद्धार्थ व राहुल को लेकर संसय बरकरार
लगातार अनेक वर्षों तक भाजपा का गढ़ रहे रहे दमोह विधान सभा क्षेत्र से पिछले चुनाव में पूर्व मंत्री जयंत मलैया को मिली मामूली मतों की हार के बाद हुए उपचुनाव में पूर्व विधायक राहुल सिंह को करारी हार का सामना करना पड़ा था इसके बाद मंत्री पुत्र सिद्धार्थ मलैया और समर्थकों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। पिछले साल हुए नगर पालिका चुनाव के दौरान दमोह में भाजपा को सिद्धार्थ के बगावती तेवरों को खामियाजा भी भुगतना पड़ा था वहीं चुनाव के पहले सिद्धार्थ और समर्थको की भाजपा में वापसी के साथ दमोह से टिकट की दावेदारी भी बनी हुई है। इधर मलहरा से प्रदुम सिंह को फिर से टिकट मिलने के बाद दमोह से राहुल सिंह की टिकट की उम्मीद भी बरकरार है। जबकि भाजपा के लिए अब दमोह सीट पहले जैसी आसान नहीं रही है। इस सीट को वापस हासिल करने के लिए एक बार फिर जयंत मलैया को ही मैदान में उतार दिया जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होगा।
फिलहाल मलैया परिवार डॉ सुधा मलैया को लेकर चिंतित
दमोह विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट के लिए पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया की टिकट को लेकर हाई लेवल पर लगभग सहमति की खबर आ रही है। वही पिछले कुछ दिनों से मलैया परिवार का भाजपा की स्थानीय बैठको कार्यक्रम मैं नजर नहीं आने पर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा था। इसको लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मंत्री श्री जयंत मलैया की धर्म पत्नी और युवा नेता सिद्धार्थ मलैया की मां डॉ सुधा मलैया का दो दिन पूर्व अचानक स्वास्थ्य बिगड़ गया था। उनको भोपाल की एक अस्पताल में एडमिट कराया गया है जहां ऑपरेशन के बाद हालत में सुधार बताई जा रही है। इसी वजह से मलैया परिवार फ़िलहाल राजनीतिक भाग दौड़ से खुद को दूर किए हुए। वही इस बात की जानकारी लोगो को लगने पर डॉ सुधा मलैया के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु कामना की जा रही है।
हटा विधायक पीएल तंतुवाय को भी टिकिट का इंतजार 
 दमोह जिले के हटा तथा जबेरा के वर्तमान भाजपा विधायक भी शामिल है। हटा से वर्तमान भाजपा विधायक पीएल तंतुवाय को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल के इशारे पर चलना तथा भ्रष्ट पंचायत प्रतिनिधियों को संरक्षण देते हुए हटा की महिला सीईओ का तबादला करवाना महंगा पड़ सकता है। हटा से पूर्व विधायक उमा देवी खटीक भाजपा टिकट के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं वहीं पूर्व जनपद अध्यक्ष युवा नेता आलोक अहिरवार के नाम पर भी हाई कमान द्वारा गंभीरता से विचार किए जाने की खबर है।
जबेरा से दोबारा टिकट के लिए धर्मेंद्र लोधी को इंतजार..
दमोह जिले के जबेरा से भाजपा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी की दोबारा टिकट पर भी फिलहाल संशय की तलवार लटकी हुई है। पिछले विधानसभा चुनाव में उनकी जीत को खतरे में डालने वाले भाजपा के बागी प्रत्याशी रहे ऋषि लोधी की पिछले हफ्ते भाजपा में वापसी के साथ इस बार उन्हें टिकट दिए जाने की सर गर्मियों बनी हुई है जिससे विधायक धर्मेंद्र सिंह की टिकट पर खतरा बताया जा रहा है। इधर पूर्व विधायक और पूर्व ऊर्जा राज्य मंत्री दशरथ सिंह लोधी भी जबेरा से एक बार फिर टिकट की आस लगाए हुए हैं। हालांकि अंतिम क्षणों में संघ कोटा से धर्मेंद्र सिंह लोधी कोई टिकट पर ही मोहर लगने की बात जानकर जता रहे हैं।

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