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कुंडलपुर पंच कल्याणक महा महोत्सवमेंलिखा गया इतिहास.. आचार्य श्री ने 6 निर्यापक मुनि घोषित किए.. इधर 18 क्षुल्लक दीक्षाए संपंन.. दीक्षार्थियों को मिले नए नाम

 कुंडलपुर में बड़े बाबा मंदिर निर्माण अवसर पर छोटे बाबा आचार्यश्री विद्यासागर जी महा मुनिराज के विशाल संघ के सानिध्य में 16 से 23 फरवरी तक पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महा महोत्सव का भव्य आयोजन चल रहा है। जिसके पांचवे दिन 20 फरवरी को तप कल्याणक उत्तर के पावन अवसर पर पांच हजार से अधिक जिन प्रतिमाओं को दीक्षित किया गया। इधर आचार्य भगवन के द्वारा 6 निर्यापक मुनियों की घोषणा की गई वहीं 18 ब्रम्हचारी भईयों की क्षुल्लक दीक्षाए आचार्यश्री के विशाल संघ के सानिध्य तथा हजारों श्रद्धालुजनों की उपस्थिति में संपन हुई..

आचार्य श्री ने 6 निर्यापक मुनि घोषित किए..

aachary shri

कुण्डलपुर में क्षुल्लक व्रत संस्कार 11 प्रतिमा आरोपण अवसर पर ’संयम प्रदाता आचार्यश्री विद्यासागर महामुनिराज ने 6 नव निर्यापक घोषणा की। मुनिश्री समयसागर जी, मुनिश्री योगसागर जी, मुनिश्री नियमसागर जी एवं मुनिश्री सुधासागर जी पूर्व से ही निर्यापक श्रमण है। आज मुनिश्री समतासागर जी, मुनिश्री प्रशांतसागर जी, मुनिश्री प्रसादसागर जी, मुनिश्री अभयसागर जी, मुनिश्री सम्भव सागर जी, मुनिश्री वीरसागर जी को भी निर्यापक श्रमण घोषित किया गया। इस अवसर पर ’संस्कारकर्ता’निर्यापक मुनि समयसागर जी, निर्यापक मुनि योगसागर जी, निर्यापक मुनि सुधासागर जी रहे।

अठारह क्षुल्लक दीक्षार्थियों को मिले नए नाम..

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 आज आचार्यश्री से क्षुल्लक दीक्षा प्राप्त करने वाले अठारह ब्रम्हचारी भईयों में मप्र के अलावा उप्र, महाराष्ट्र एवं पंजाब के दीक्षार्थी शामिल रहे। जिनकों दीक्षा उपरांत नए नाम प्रदान किए गए। राहुल भैया सागर जो मुनि श्रमण सागर जी के पूर्वाश्रमी भ्राता इंजीनियरिंग थे को दीक्षा उपरांत क्षुल्लक औचित्यसागर नाम प्रदान किया गया। इसी तरह राजेश भैया सागर इंजीनियरिंग को’क्षुल्लक गहन सागर, भूपेंद्र भैया ललितपुर को  क्षुल्लक सुधार सागर, सुमित भैया गुना को क्षुल्लक मंथन सागर, मयूर भैया विदिशा को क्षुल्लक कैवल्य सागर, ईशु भैया महाराजपुर को क्षुल्लक ईश्वरसागर, सचिन भैया मुंगावली को क्षुल्लक मनन सागर, मानस भैया इंदौर को क्षुल्लक सुदृढ़सागर, सचिन भैया पुसद महाराष्ट्र को क्षुल्लक अपार सागर, प्रांशुल भैया सतना को क्षुल्लक समकित सागर, अविचल भैया; चंचल भैया गुना को क्षुल्लक विचार सागर, राजा भैया खिमलाशा जो मुनि आदिसागर जी के पूर्वाश्रमी के भ्राता है को दीक्षा उपरांत ’क्षुल्लक मगनसागर नाम प्रदान किया गया।

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इसी तरह अमित भैया ललितपुर उप्र जो; मुनि अनंत सागर जी एवं मुनि भाव सागर जी के पूर्वाश्रमी के भतीजे को दीक्षा उपरांत ’क्षुल्लक तन्मय सागर, मयूर भैया सुरखी को क्षुल्लक उचितसागर, अर्पित भैया फिरोजाबाद उप्र को’क्षुल्लक अथाह सागर, चन्दन भैया फिरोजपुर पंजाब को’क्षुल्लक उत्साहसागर, कार्तिक भैया दमोह को ’क्षुल्लक अमाप सागर एवं सौरभ भैया सागर को ’क्षुल्लक विरल सागर  नाम प्रदान किया गया है। इस अवसर पर 176 दीदियों ने आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत का संकल्प लिया


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