स्मार्ट मीटर संबंधित भ्रांति दूर करने जनसंपर्क
दमोह। स्मार्ट मीटर लगाए जाने का कार्य दमोह शहर में पूरा होने के कगार पर है जहां पर नगर के 35000 बिजली उपभोक्ताओं में से 29000 लोगों के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। 22 जून 2024 में damoh शहर में पहला स्मार्ट मीटर इंदिरा कालोनी में लगाया गया था। जिसे आज 1 वर्ष पूरे हो चुके हैं। स्मार्ट मीटर को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर आक्रोष के बीच इसके खिलाफ जबेरा में ज्ञापन प्रदर्शन भी हो चुका है इधर स्मार्ट मीटर की प्रथम वर्षगांठ पर विजली विभाग के अधिकारियों ने अनेक उपभोक्ताओं से संवाद करके भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश की।
22 जून 2025 को वैशाली नगर, विवेकानंद नगर,
क्रिश्चियन कॉलोनी एवं किल्लाई नाका, कॉलोनी में स्मार्ट मीटर के बारे में
प्रतिक्रिया लेने जनसंपर्क अभियान चलाया और उपभोक्ताओं को स्मार्ट बिजली
ऐप के बारे में समझाया कि कैसे आप घर बैठे ही स्मार्ट बिजली एप के माध्यम
से प्रतिदिन की खपत और रीडिंग मोबाइल पर देख सकते है ।क्षेत्र के लोगों ने संवाद कर स्मार्ट मीटर के बारे मे अपनी राय रखी ,जिसका वीडियो भी बनाया गया।
अधिकारियों
द्वारा सर्विस क्रमांक- 1307011463 आरती/देवशंकर तिवारी क्रिश्चियन
कॉलोनी सर्विस क्रमांक- 1307026144 राजकुमारी/ध्रुव नामदेव क्रिश्चियन
कॉलोनी, सर्विस क्रमांक- 1307018553 राजीव रॉबिन प्रसाद क्रिश्चियन कॉलोनी,
सर्विस क्रमांक-1307034910 संदीप दुबे सोफिया स्कूल के पास किल्लाई रोड,
सर्विस क्रमांक- 1307023848 कमल साहू मुकेश कॉलोनी, सर्विस क्रमांक-
1307002643 भारती / कमल साहू शांति नगर मुकेश कॉलोनी, सर्विस
क्र-1307026187 नर्मदा प्रसाद पटेरिया विवेकानन्द कॉलोनी, सर्विस
क्र- 1307023421 आरती चैबे विवेकानन्द नगर,सर्विस क्रमांक 1307025892
रुक्मणि जैन विवेकानन्द नगर, सर्विस क्रमांक-1307026775 प्रतिपाल सिंह
छाबड़ा बी-26 वैशाली नगर से संपर्क कर स्मार्ट मीटर के बारे में चर्चा की
गई।
लोगों ने बताया कि पहले हमें लगा कि स्मार्ट मीटर
लगने से ज्यादा बिल आएगा लेकिन यह मात्र भ्रम है जबकि सच्चाई यह है कि
दोनों मीटर एक से रीडिंग देते है। 1 तारीख से महीने की आखिरी तारीख का रात
12 बजे तक का बिल बनता है जिससे राज्य शासन के ओर से जारी होने वाली
सब्सिडी को लेकर भी लोगों में संतुष्टि है। पहले कभी 25 दिन तो कभी 35 दिन
का बिल रीडिंग से आता था जो कि अब नेट 1 माह का बिल आता है जिससे संतुष्टि
बढ़ी है।स्मार्ट बिजली एप्प से एक अनुमानित माह का खपत भी पता चल जाता है
कि हमारा बिल इस माह कितना आएगा। उपभोक्ताओं का परिसर बंद होने पर भी
वास्तविक खपत का बिल सिस्टम से अपने आप बन के आ जाता है क्योंकि स्मार्ट
मीटर में रीडिंग लेने के लिए मीटर रीडर को जाना नहीं होत।
इस
प्रकार बिजली विभाग ने पारदर्शिता बनाने के लिए चेक मीटर भी लगा के रखे है
जहां अब तक शहर में कुल 840 चेक मीटर स्थापित किया गया है। चेक मीटर का
काम है कि जिन विद्धुत उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर की रीडिंग पर संदेह होता
है वो चेक मीटर से मिलान कर खपत में संतुष्टि प्राप्त कर सकता है। आज
चले संपर्क अभियान में अधीक्षण अभियंता श्री सुभाष नागेश्वर, कार्यपालन
अभियंता मोतीलाल साहू, सहायक अभियंता राघवेन्द्र जी, सब इंजीनियर शालिनी
गुप्ता मौजूद रही है।
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